पानी में भारी धातों व बैक्टीरिया तथा अन्य अशुद्धियों का पता लगाने के समर्थ है अति आधुनिक लैब
पटियाला, 6 फरवरी:-राज्य के नागरिकों को साफ-सुथरा व पीने वाला शुद्ध पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य के साथ पटियाला में स्थापित मल्टी डिस्ट्रीक्ट वाटर टैस्ट टैस्टिंग लैबोरेटरी पानी की जांच के लिए वरदान साबित हो रही है। 1964 में यहां स्थापित यह राज्य की तीसरी ऐसी लैबोरेटरी है, जहां पीने वाली पानी की जांच बड़े अति आधुनिक तरीकों के साथ की जा सकती है। महीने में पानी के 300 नमूनों की जांच अति आधुनिक मशीनों के साथ करने के समर्थ इस लैबोरेटरी में गत दो वर्षांे में 7000 से अधिक पानी के नमूने जांच किए गए हैं। यहां नाभा रोड़ पर स्थित जल सप्लाई तथा सैनिटेशन विभाग के मुख्य कार्यालय की इमारत में इस अति आधुनिक लैबोरेटरी में पानी की हर तरह की अशुद्धियों की जांच की जाती है। यहां पानी की परख के लिए लगाई गई अति आधुनिक मशीनें आइन क्रोमैटोग्राफर, अटोमिक अब्जरपशन स्पैक्टोफोटोमीटर, टर्बीडिटी मीटर, पी.एच. मीटर, आईन मीटर, यू.वी स्पैक्टोमीटर आदि पीने वाले पानी की हर अच्छी-बुरी मिलावट को पकडऩे की क्षमता रखती हैं। यहां गांवों व शहरों में बन रही पानी की टैंकियों, लगाए जा रहे बोरों, सरकारी व निजी स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटीयों, अस्पतालों तथा अन्य सार्वजनिक जगहों पर पीने के लिए इस्तेमाल किए जाते पानी की जांच की जाती है ताकि पानी के साथ होने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।
इस लैब के क्वालिटी मैनेजर बिनाकशी शर्मा ने बताया कि यह लैबोरेटरी पानी में मिली भारी धातों, जैसे कि अरसैनिक, अलमुनियम, सिक्का, हर तरह के बैक्टरीरिया आदि का पता लगाने के समर्थ है। डिप्टी क्वालिटी मैनेजर बृज भूषण ने बताया कि यहां पानी का धुंधलापन परखने से अलावा पानी की टर्बीडिटी, पी.एच. स्तर, टी.डी.एस, टोटल अलकानिटी, टोटल हार्डनैस, कैलशीयम, मैगनीशियम, कलोराईडस, निटरेट, सल्फेट, आईरन, रैसीडियूल, क्लोराईन, आरसैनिक, मैगजीन, जिंक आदि टैस्ट किए जाते हैं। बृज भूषण मुताबिक इस लैब में सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट में साफ किए जाते दूषित पानी के भी टैस्ट किए जाते हैं ताकि वह पानी के आगे जाकर नदियों के पानी को खराब न करें। उन्होंने कहा कि यहां पानी की परख करने के बाद यदि पानी की गुणवता पीने के लायक न हो तो पानी का सोमा बदला जाता है, इसलिए यह लैब पानी की परख के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
फोटो कैप्शन-पटियाला स्थित पानी की जांच करने वाली लैबोरेटरी में पानी के नमूनों की जांच करते हुए स्टाफ।
पटियाला, 6 फरवरी:-राज्य के नागरिकों को साफ-सुथरा व पीने वाला शुद्ध पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य के साथ पटियाला में स्थापित मल्टी डिस्ट्रीक्ट वाटर टैस्ट टैस्टिंग लैबोरेटरी पानी की जांच के लिए वरदान साबित हो रही है। 1964 में यहां स्थापित यह राज्य की तीसरी ऐसी लैबोरेटरी है, जहां पीने वाली पानी की जांच बड़े अति आधुनिक तरीकों के साथ की जा सकती है। महीने में पानी के 300 नमूनों की जांच अति आधुनिक मशीनों के साथ करने के समर्थ इस लैबोरेटरी में गत दो वर्षांे में 7000 से अधिक पानी के नमूने जांच किए गए हैं। यहां नाभा रोड़ पर स्थित जल सप्लाई तथा सैनिटेशन विभाग के मुख्य कार्यालय की इमारत में इस अति आधुनिक लैबोरेटरी में पानी की हर तरह की अशुद्धियों की जांच की जाती है। यहां पानी की परख के लिए लगाई गई अति आधुनिक मशीनें आइन क्रोमैटोग्राफर, अटोमिक अब्जरपशन स्पैक्टोफोटोमीटर, टर्बीडिटी मीटर, पी.एच. मीटर, आईन मीटर, यू.वी स्पैक्टोमीटर आदि पीने वाले पानी की हर अच्छी-बुरी मिलावट को पकडऩे की क्षमता रखती हैं। यहां गांवों व शहरों में बन रही पानी की टैंकियों, लगाए जा रहे बोरों, सरकारी व निजी स्कूलों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटीयों, अस्पतालों तथा अन्य सार्वजनिक जगहों पर पीने के लिए इस्तेमाल किए जाते पानी की जांच की जाती है ताकि पानी के साथ होने वाली गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।
इस लैब के क्वालिटी मैनेजर बिनाकशी शर्मा ने बताया कि यह लैबोरेटरी पानी में मिली भारी धातों, जैसे कि अरसैनिक, अलमुनियम, सिक्का, हर तरह के बैक्टरीरिया आदि का पता लगाने के समर्थ है। डिप्टी क्वालिटी मैनेजर बृज भूषण ने बताया कि यहां पानी का धुंधलापन परखने से अलावा पानी की टर्बीडिटी, पी.एच. स्तर, टी.डी.एस, टोटल अलकानिटी, टोटल हार्डनैस, कैलशीयम, मैगनीशियम, कलोराईडस, निटरेट, सल्फेट, आईरन, रैसीडियूल, क्लोराईन, आरसैनिक, मैगजीन, जिंक आदि टैस्ट किए जाते हैं। बृज भूषण मुताबिक इस लैब में सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट में साफ किए जाते दूषित पानी के भी टैस्ट किए जाते हैं ताकि वह पानी के आगे जाकर नदियों के पानी को खराब न करें। उन्होंने कहा कि यहां पानी की परख करने के बाद यदि पानी की गुणवता पीने के लायक न हो तो पानी का सोमा बदला जाता है, इसलिए यह लैब पानी की परख के लिए एक वरदान साबित हो रही है।
फोटो कैप्शन-पटियाला स्थित पानी की जांच करने वाली लैबोरेटरी में पानी के नमूनों की जांच करते हुए स्टाफ।